किसी भी बैंक से पर्सनल लोन लेने के लिए कितनी होनी चाहिए आपकी कमाई, बैंक जाने से पहले जान लें ये जरूरी बात Personal Loan

By Meera Sharma

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Personal Loan

Personal Loan: आज के समय में पर्सनल लोन वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का एक लोकप्रिय साधन बन गया है। यह लोन अन्य प्रकार के लोन की तुलना में आसानी से और जल्दी मिल जाता है, जिसके कारण लोग इसे प्राथमिकता देते हैं। पर्सनल लोन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसे किसी भी उद्देश्य के लिए उपयोग किया जा सकता है, चाहे वह शादी-विवाह हो, मेडिकल इमरजेंसी हो या कोई अन्य व्यक्तिगत जरूरत। इसकी सुविधा और लचीलेपन के कारण यह तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

हालांकि पर्सनल लोन लेना अपेक्षाकृत आसान है, लेकिन इसकी भी कुछ निर्धारित शर्तें हैं जिन्हें पूरा करना आवश्यक है। सबसे महत्वपूर्ण सवाल यह है कि पर्सनल लोन लेने के लिए कितनी आय होनी चाहिए और कौन सी अन्य योग्यताएं आवश्यक हैं। बैंक से लोन लेने से पहले इन सभी बातों की जानकारी होना अत्यंत जरूरी है ताकि आवेदन प्रक्रिया में कोई समस्या न आए। सही जानकारी के साथ आवेदन करने से लोन मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

न्यूनतम आय की आवश्यकता

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पर्सनल लोन पाने के लिए सबसे पहली और महत्वपूर्ण शर्त है नियमित आय का स्रोत। बैंक हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि लोन लेने वाले व्यक्ति के पास स्थिर आय हो ताकि वह समय पर EMI का भुगतान कर सके। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए आमतौर पर 25,000 से 30,000 रुपये की मासिक आय पर्याप्त मानी जाती है। यह राशि अलग-अलग बैंकों में थोड़ी भिन्न हो सकती है, लेकिन यह एक सामान्य मानदंड है।

व्यवसायी या स्वरोजगार करने वाले व्यक्तियों के लिए भी यही आय सीमा लागू होती है, लेकिन उन्हें अपनी आय का प्रमाण देना अधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है। उन्हें अपने व्यवसाय की नियमित आय दिखानी पड़ती है और बैंक इसकी अधिक सख्ती से जांच करते हैं। आय का स्रोत चाहे जो भी हो, वह नियमित और स्थिर होना चाहिए। अगर आपकी आय अनियमित है या महीने-दर-महीने बहुत उतार-चढ़ाव होता है, तो लोन मिलने में कठिनाई हो सकती है।

वैकल्पिक विकल्पों का मूल्यांकन

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पर्सनल लोन लेने से पहले यह जरूर देखना चाहिए कि क्या कोई अन्य सस्ता विकल्प उपलब्ध है। पर्सनल लोन पर आमतौर पर अन्य प्रकार के लोन की तुलना में अधिक ब्याज दर लगती है क्योंकि यह असुरक्षित लोन होता है। यदि आपके पास कोई संपत्ति है तो उसके बदले लोन लेना अधिक किफायती हो सकता है। इसी तरह यदि आप किसी कंपनी में काम करते हैं तो वहां से एडवांस सैलरी या लोन की सुविधा मिल सकती है।

क्रेडिट कार्ड से भी पैसे निकाले जा सकते हैं, लेकिन इसकी ब्याज दर पर्सनल लोन से भी अधिक होती है। PPF, FD या अन्य निवेशों के बदले भी लोन मिल सकता है जो अपेक्षाकृत सस्ता होता है। परिवारजनों या दोस्तों से भी मदद ली जा सकती है अगर राशि बहुत अधिक नहीं है। सभी विकल्पों का मूल्यांकन करके सबसे किफायती रास्ता चुनना बुद्धिमानी है।

उचित लोन राशि का निर्धारण

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लोन लेते समय सबसे बड़ी गलती यह होती है कि लोग जरूरत से अधिक राशि के लिए आवेदन करते हैं। यह सोचकर कि बाद में कोई और जरूरत आ सकती है, वे अधिक पैसा लेते हैं जो बाद में EMI के रूप में बोझ बन जाता है। हमेशा अपनी वास्तविक आवश्यकता के अनुसार ही लोन राशि तय करनी चाहिए। अपनी मासिक आय का अधिकतम 40-50 प्रतिशत हिस्सा ही EMI में जाना चाहिए ताकि अन्य खर्चों के लिए पर्याप्त पैसा बचे।

लोन राशि तय करते समय यह भी ध्यान रखना चाहिए कि भविष्य में आपकी आय में कोई कमी न आए। नौकरी की सुरक्षा, व्यवसाय की स्थिरता और परिवारिक जिम्मेदारियों को देखते हुए ही लोन राशि का निर्णय लेना चाहिए। कई बार लोग भावनाओं में आकर अधिक लोन ले लेते हैं और बाद में परेशानी में पड़ जाते हैं। इसलिए एक व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है।

लोन अवधि का सही चुनाव

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पर्सनल लोन की अवधि का चुनाव एक महत्वपूर्ण निर्णय है जो आपकी वित्तीय स्थिति को प्रभावित करता है। आमतौर पर पर्सनल लोन 1 साल से 6 साल तक की अवधि के लिए मिलता है। कम अवधि चुनने से EMI अधिक होगी लेकिन कुल ब्याज कम देना पड़ेगा। वहीं लंबी अवधि चुनने से EMI कम होगी लेकिन कुल ब्याज अधिक देना पड़ेगा। अपनी मासिक आय और खर्च के हिसाब से सही संतुलन बनाना जरूरी है।

यदि आपकी आय अच्छी है और आप जल्दी लोन चुकता करना चाहते हैं तो कम अवधि चुनना बेहतर होगा। लेकिन अगर आपकी आय सीमित है तो लंबी अवधि चुनकर EMI का बोझ कम करना ठीक रहेगा। कई बैंक प्री-पेमेंट की सुविधा भी देते हैं, जिससे आप बीच में ही लोन चुका सकते हैं। इसलिए शुरुआत में लंबी अवधि चुनकर बाद में जरूरत के अनुसार जल्दी चुकता करने का विकल्प भी रख सकते हैं।

क्रेडिट स्कोर की महत्ता

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पर्सनल लोन पाने के लिए अच्छा क्रेडिट स्कोर होना अत्यंत आवश्यक है। आमतौर पर 750 या उससे अधिक CIBIL स्कोर को अच्छा माना जाता है। यदि आपका स्कोर इससे कम है तो लोन मिलने में कठिनाई हो सकती है या फिर अधिक ब्याज दर देनी पड़ सकती है। क्रेडिट स्कोर आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाता है और बैंक इसके आधार पर ही लोन देने का निर्णय लेते हैं।

क्रेडिट स्कोर सुधारने के लिए समय पर सभी EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करना जरूरी है। कभी भी कोई पेमेंट मिस नहीं करना चाहिए और हमेशा देय तारीख से पहले भुगतान करना चाहिए। यदि आपका क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है तो पहले क्रेडिट कार्ड लेकर अच्छी हिस्ट्री बनानी चाहिए। क्रेडिट कार्ड की सीमा का 30 प्रतिशत से कम उपयोग करना भी स्कोर बेहतर बनाता है।

आवश्यक दस्तावेजों की तैयारी

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पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने से पहले सभी जरूरी दस्तावेज तैयार कर लेना चाहिए। मुख्य दस्तावेजों में पहचान प्रमाण के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या ड्राइविंग लाइसेंस की आवश्यकता होती है। पते के प्रमाण के लिए भी इनमें से कोई भी दस्तावेज काम आ सकता है। आय प्रमाण के लिए पिछले तीन महीने की सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट और नियोक्ता से प्रमाण पत्र चाहिए।

स्वरोजगार करने वाले व्यक्तियों को अपने व्यवसाय के दस्तावेज, GST रिटर्न और पिछले दो साल की आयकर रिटर्न देनी पड़ती है। सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी के साथ-साथ ओरिजिनल भी रखना चाहिए। कुछ बैंक अतिरिक्त दस्तावेज भी मांग सकते हैं इसलिए पहले से ही पूरी जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। दस्तावेजों में कोई भी गलती या कमी लोन प्रक्रिया में देरी का कारण बन सकती है।

बैंक का सही चुनाव और तुलना

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विभिन्न बैंकों और वित्तीय संस्थानों में पर्सनल लोन की ब्याज दरें और शर्तें अलग-अलग होती हैं। इसलिए लोन लेने से पहले कम से कम 3-4 बैंकों की तुलना करना जरूरी है। केवल ब्याज दर ही नहीं बल्कि प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज और अन्य छुपे हुए शुल्कों की भी जांच करनी चाहिए। कुछ बैंक कम ब्याज दर दिखाकर अन्य शुल्कों में अधिक पैसा वसूलते हैं।

ऑनलाइन पर्सनल लोन प्लेटफॉर्म भी आजकल लोकप्रिय हो रहे हैं। ये अक्सर तेज प्रक्रिया और कम कागजी कार्रवाई का वादा करते हैं। लेकिन इनकी ब्याज दरें अक्सर अधिक होती हैं। अपने मौजूदा बैंक से भी बात करनी चाहिए क्योंकि वे अक्सर अपने पुराने ग्राहकों को बेहतर दरें देते हैं। EMI कैलकुलेटर का उपयोग करके अलग-अलग विकल्पों की तुलना करना समझदारी है।

पर्सनल लोन वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का एक उपयोगी साधन है, लेकिन इसे लेने से पहले सभी पहलुओं पर विचार करना आवश्यक है। न्यूनतम आय की आवश्यकता, अच्छा क्रेडिट स्कोर, उचित लोन राशि का चुनाव और सही बैंक का चयन जैसे कारक सफल लोन प्राप्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं। हमेशा अपनी भुगतान क्षमता के अनुसार ही लोन लें और समय पर EMI का भुगतान करें। सही योजना और समझदारी से लिया गया पर्सनल लोन आपकी वित्तीय समस्याओं का समाधान हो सकता है।

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Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। पर्सनल लोन की शर्तें, ब्याज दरें और योग्यताएं अलग-अलग बैंकों में भिन्न हो सकती हैं और समय के साथ बदलती रहती हैं। लोन लेने से पहले संबंधित बैंक या वित्तीय संस्थान से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। अपनी वित्तीय स्थिति का सही आकलन करके ही लोन लें और आवश्यक होने पर वित्तीय सलाहकार से सलाह लें। लेखक या प्रकाशक इस जानकारी के उपयोग से होने वाले किसी भी वित्तीय नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।

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Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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