Gold Rate: 2025 की शुरुआत से ही सोने की कीमतों में लगातार तेजी का रुख देखने को मिल रहा है। प्रेशियस मेटल मार्केट में सोना निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर लेकर आया है जबकि आम खरीदारों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है। पिछले कुछ महीनों में सोने के भाव ने कई बार नए रिकॉर्ड बनाए हैं और निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है। हालांकि बीच-बीच में मामूली गिरावट भी देखी गई है लेकिन समग्र रुझान तेजी का ही रहा है।
बाजार के जानकारों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, मुद्रास्फीति की चिंता और भू-राजनीतिक तनाव के कारण सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में उभरा है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करके जोखिम कम करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मांग के कारण सोने की कीमतों में निरंतर वृद्धि हो रही है और यह ट्रेंड आने वाले समय में भी जारी रहने की संभावना है।
आज के बाजार में सोने की स्थिति
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के आंकड़ों के अनुसार आज 24 कैरेट सोने की कीमत में 146 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट के बाद 10 ग्राम शुद्ध सोने की कीमत 95,667 रुपये (बिना GST के) पर पहुंच गई है। GST जोड़ने के बाद खुदरा दर 98,537 रुपये प्रति 10 ग्राम हो जाती है। यह मामूली गिरावट पिछले कुछ दिनों की लगातार तेजी के बाद आई है।
हालांकि आज सोने में गिरावट देखी गई है लेकिन यह अभी भी अपने रिकॉर्ड स्तर के काफी करीब है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह तकनीकी सुधार है और सोने का मूल रुझान अभी भी तेजी का है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे इस गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देख सकते हैं। बाजार में अभी भी सोने की मांग मजबूत है और आपूर्ति सीमित होने के कारण कीमतों में दबाव बना हुआ है।
विभिन्न कैरेट के सोने की कीमतें
सोने की शुद्धता के आधार पर अलग-अलग कैरेट के सोने की कीमतें भी अलग होती हैं। 23 कैरेट सोने की कीमत आज 145 रुपये गिरकर 95,284 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। यह सोना अधिकतर निवेश के उद्देश्य से खरीदा जाता है क्योंकि इसमें सोने की मात्रा अधिक होती है। आभूषण बनाने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला 22 कैरेट सोना 134 रुपये गिरकर 87,631 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
18 कैरेट सोने की कीमत 110 रुपये की गिरावट के साथ 71,750 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है जबकि 14 कैरेट सोना 86 रुपये गिरकर 55,965 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। कम कैरेट का सोना आभूषण बनाने के लिए इस्तेमाल होता है क्योंकि इसमें अन्य धातुओं का मिश्रण होता है जो इसे मजबूत बनाता है। ये सभी कीमतें GST और स्थानीय शुल्क रहित हैं इसलिए वास्तविक खरीदारी में ये कीमतें और अधिक हो जाती हैं।
चांदी में तेजी का रुख
सोने में गिरावट के विपरीत चांदी की कीमतों में आज तेजी देखी गई है। चांदी की कीमत 448 रुपये बढ़कर 97,357 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है। GST जोड़ने के बाद चांदी की खुदरा कीमत 1,00,277 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई है। चांदी में यह तेजी औद्योगिक मांग की वजह से आई है क्योंकि इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक्स और सोलर पैनल बनाने में बड़े पैमाने पर होता है।
चांदी को गरीब आदमी का सोना भी कहा जाता है क्योंकि यह सोने से काफी सस्ती होती है लेकिन निवेश के रूप में अच्छा रिटर्न देती है। हाल के वर्षों में चांदी की औद्योगिक मांग बढ़ी है जिससे इसकी कीमतों में स्थिरता आई है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में चांदी को भी शामिल करने की सोच रहे हैं क्योंकि यह सोने का एक अच्छा विकल्प साबित हो सकती है।
सोने के रिकॉर्ड स्तर की समीक्षा
इस साल 22 अप्रैल को सोने ने 99,100 रुपये प्रति 10 ग्राम का रिकॉर्ड स्तर छुआ था। आज की कीमत इस रिकॉर्ड से केवल 3,433 रुपये कम है जो दर्शाता है कि सोना अभी भी अपने चरम के काफी करीब है। साल की शुरुआत में 31 दिसंबर 2024 को सोने की कीमत 76,045 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। इसका मतलब है कि इस साल अब तक सोने में 19,927 रुपये की शानदार वृद्धि हुई है।
यह वृद्धि लगभग 26 प्रतिशत की है जो किसी भी निवेश के लिए बेहतरीन रिटर्न माना जाता है। जिन लोगों ने साल की शुरुआत में सोना खरीदा था उन्हें अब तक शानदार मुनाफा हुआ है। चांदी में भी इस दौरान 11,340 रुपये की वृद्धि हुई है जो साल की शुरुआत की कीमत 85,680 रुपये से काफी अधिक है। ये आंकड़े दिखाते हैं कि प्रेशियस मेटल्स इस साल निवेशकों के लिए सुनहरे अवसर लेकर आए हैं।
स्थानीय बाजार में कीमतों में अंतर
सोने और चांदी की कीमतें अलग-अलग शहरों में थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। यह अंतर आमतौर पर 1,000 से 2,000 रुपये तक का होता है। इसके पीछे स्थानीय करों, परिवहन लागत और स्थानीय मांग-आपूर्ति का संतुलन होता है। महानगरों में आमतौर पर कीमतें कम होती हैं क्योंकि यहां प्रतिस्पर्धा अधिक होती है और थोक में खरीदारी होती है।
छोटे शहरों में कीमतें थोड़ी अधिक हो सकती हैं क्योंकि वहां कम डीलर होते हैं और परिवहन की लागत भी जुड़ जाती है। खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे खरीदारी से पहले अपने स्थानीय बाजार की कीमतों की तुलना करें। आजकल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी सोना-चांदी बेचते हैं जहां कीमतें पारदर्शी होती हैं और घर तक डिलीवरी मिल जाती है।
भविष्य की संभावनाएं और निवेश सुझाव
वैश्विक आर्थिक स्थिति और भू-राजनीतिक तनाव को देखते हुए सोने की मांग आने वाले समय में भी बनी रह सकती है। केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी, मुद्रास्फीति की चिंताएं और डॉलर की कमजोरी जैसे कारक सोने की कीमतों को सपोर्ट करते रहेंगे। हालांकि बीच-बीच में तकनीकी सुधार होते रहेंगे लेकिन लंबी अवधि में सोने का रुझान सकारात्मक रहने की संभावना है।
निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने पोर्टफोलियो का 10-15 प्रतिशत हिस्सा सोने में रख सकते हैं। यह रणनीति जोखिम कम करने में मदद करती है और मुद्रास्फीति से बचाव प्रदान करती है। फिजिकल गोल्ड के अलावा गोल्ड ETF और डिजिटल गोल्ड भी अच्छे विकल्प हैं। खरीदारी करते समय शुद्धता की जांच अवश्य करें और विश्वसनीय डीलरों से ही सोना खरीदें।
Disclaimer
यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। सोने-चांदी की कीमतें बाजार की स्थितियों के अनुसार तेजी से बदलती रहती हैं। कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें। कीमतों में उतार-चढ़ाव से होने वाली हानि के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं है।